पानी के लिये पिटाई, कहां हुई मत पुछिये
उस अभागे के लिये, आप जादा मत सोचिये|
चंदा देने को कहा है, तो चंदा देकर जाइये,
पैसा खर्च कहां होगा, ये पुछताछ मत किजिये|
थाली बजा कर जाइये, बत्ती बंद कर दिजिये
इन सबसे होगा क्या, ये सवाल मत किजिये|
हमने जो कह दिया, उसे सच मान लिजिये,
उल्टी-सीधी कोई बात, छानबिन भी मत किजिये|
वर्ना नतीजा क्या होगा, खुद ही समझ लिजिये
आप शरीफ़ लगते है, आप रिस्क मत लिजिये|
सवाल मत किजिये, अपनी राय मत दिजिये,
अब हमारा राज है, बस शांती बनाये रखिये|
~ Manish (14/3/2021)
© Manish Hatwalne